AK Shayari

इस नजर ने उस नजर से बात करली,
Advertisement

रहे खामोश मगर फिर भी बात करली,
जब मोहब्बत की फ़िज़ा को खुश पाया,
तो दोनों निगाहों ने रो रो कर बरसात करली

Leave a Comment